विभिन्न सामाजिक सरोकार से जुड़े मुद्दों पर संत करेंगे भक्तों का मार्गदर्शन – प्रतिदिन 21 भक्तों को देंगे आकर्षक उपहार
जगदगुरू शंकराचार्य, जगदगुरू रामदयाल महाराज, महामंडलेश्वर स्वामी चिदंबरानंद सरस्वती सहित देश के जाने-माने संतों के प्रवचन होंगे

इंदौर । बिजासन रोड स्थित प्राचीन अविनाशी आश्रम अखंड धाम पर 58 वें अ.भा. अखंड वेदांत संत सम्मेलन का आयोजन 4 से 10 दिसंबर तक होगा। सम्मेलन में जगद्गुरु शंकराचार्य सहित देश के जाने-माने 50 से अधिक संत, विद्वान, महामंडलेश्वर एवं तपस्वी संत आएंगे। आश्रम के महामंडलेश्वर डॉ. स्वामी चेतनस्वरूपजी महाराज के सानिध्य में प्रतिदिन दोपहर 3 से सायं 6 बजे तक संत-विद्वानों के प्रवचन होंगे। सम्मेलन में जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी ज्ञानानंद तीर्थ, अंतर्राष्ट्रीय रामस्नेही संप्रदाय के आचार्य जगदगुरू स्वामी रामदयाल महाराज, वृंदावन के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी भास्करानंद, मुंबई से महामंडलेश्वर स्वामी चिदंबरानंद सरस्वती सहित देश के अनेक जाने-माने संत-विद्वान आएंगे। सम्मेलन में सामाजिक सरोकार से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर प्रतिदिन संतों द्वारा मार्गदर्शन देकर विचार मंथन भी होगा और भक्तों को संकल्प भी दिलाए जाएंगे। संतों के आगमन का सिलसिला आज से ही शुरू हो गया है। सनातन धर्म के संरक्षण और संवर्धन के लिए प्रतिदिन संत सम्मेलन में आने वाले 21 भक्तों को सम्मेलन के समापन पर लकी ड्रा द्वारा आकर्षक उपहार भी दिए जाएँगे।
आयोजन समिति के स्वागताध्यक्ष विष्णु बिंदल, अध्यक्ष हरि अग्रवाल, संयोजक अशोक गोयल, महासचिव दीपक जैन टीनू, संगठन सचिव भावेश दवे एवं कोषाध्यक्ष किशोर गोयल ने बताया कि सम्मेलन का शुभारंभ गुरुवार, 4 दिसम्बर को दोपहर 3 बजे जगदगुरू स्वामी रामदयाल महाराज एवं मुंबई के महामंडलेश्वर स्वामी चिदंबरानंद सरस्वती के आतिथ्य एवं जगदगुरू शंकराचार्य स्वामी ज्ञानानंद तीर्थ की अध्यक्षता, समाजसेवी विनोद अग्रवाल एवं प्रेमचंद गोयल के विशेष आतिथ्य में होगा। इस बार संत सम्मेलन में सामाजिक सरोकार से जुड़े अनेक ज्वलंत मुद्दों को भी शामिल किया गया है जिनमें प्रतिदिन 21 भक्तों को आकर्षक उपहार देने के साथ ही युवाओं में नशाबंदी के प्रति जागरुकता, धर्म ग्रंथों का नियमित पूजन, मनन एवं मंथन, शहर की यातायात व्यवस्था में सहयोग, पर्यावरण सुधार, विधर्मी एवं दुषप्रवत्तियों से बचाव, वन्दे मातरम का गान, भोजन में जूठन नहीं छोड़ने और सनातन धर्म के संरक्षण एवं संवर्धन, महिला सशक्तिकरण सहित अनेक ज्वलंत मुद्दों पर संतों द्वारा मार्गदर्शन एवं जागरूकता के संकल्प भी दिलाए जाएँगे।
आयोजन समिति के प्रमुख परामर्शदाता टीकमचंद गर्ग, पवन सिंघानिया मोयरा, जगदीश बाबाश्री, विजय गोयल, प्रमुख मार्गदर्शक विनोद सिंघानिया, बीआर गोयल, मन्नूलाल गर्ग देवास, निर्मल गुप्ता उज्जैन, विजयसिंह परिहार, डीएल गोयल, शरद गुप्ता, रामकृष्ण सांखला, गोपाल सांखला एवं जानकीलाल सांखला के मार्गदर्शन में आयोजन समिति के स्वागत महामंत्री सचिन सांखला, प्रचार प्रमुख नवनीत शुक्ला, सह संयोजक रणधीर दग्दी एवं परीक्षित पंवार ने बताया कि समिति के प्रमुख संरक्षक विनोद अग्रवाल, प्रेमचंद गोयल, कैलाश विजयवर्गीय, तुलसी सिलावट, पुष्यमित्र भार्गव, रमेश मेंदोला, बालकृष्ण छावछरिया, आकाश विजयवर्गीय, पार्षद निरंजनसिंह चौहान गुड्डू, संध्या यादव, मनीष खजांची, अनिल मेहता, सीए एस.एन. गोयल एवं रामबाबू अग्रवाल, आनंद प्रेमचंद गोयल, सुनील जगन्नाथ वर्मा, राजेश पंवार, राजेश बंसल, नारायण अग्रवाल 420 पापड़, प्रतीक श्रीवास्तव, योगेन्द्र महंत, राजेन्द्र मित्तल, शैलेन्द्र मित्तल, राजेन्द्र गुप्ता, राजेंद्र सोनी, मुरलीधर धामानी, विनय जैन, महेंद्र-हरिनारायण विजयवर्गीय सहित बड़ी संख्या में मातृशक्ति को भी विभिन्न समितियों की महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपी गई है।
