आरटीओ कर्मचारी बनकर ट्रक लूटा, शराब दुकान में सेंधमारी के बाद उज्जैन में पकड़ाए
इंदौर तीन बदमाशों ने खंडवा रोड से बुरहानपुर तक आतंक मचा दिया। उन्होंने सबसे पहले ओंकारेश्वर जाने के नाम पर टैक्सी बुक की, ड्राइवर पर चाकू से हमला कर गाड़ी लूटी और फिर उसी गाड़ी से बुरहानपुर तक लगातार तीन बड़ी वारदातों को अंजाम दिया। उज्जैन पहुँचते ही सिमरोल पुलिस ने इन्हें घेराबंदी कर दबोच लिया। टीआई अमित कुमार बामनिया ने बताया कि टैक्सी लूट की शिकायत टिगिरया बादशाह निवासी आकाश द्वारा टैक्सी ड्राइवर संजय वर्मा की टैक्सी बुक करने से शुरू हुई थी। गैंग का सरगना आकाश अपने दो साथियों के साथ टैक्सी को बहाने से ग्वालू घाट पर ले गया। वहाँ सुनसान जगह पर टैक्सी रुकवाकर ड्राइवर संजय पर चाकू से हमला किया, उसका मोबाइल और नकदी लूटी, और गाड़ी लेकर फरार हो गए। लूट के बाद आरोपियों ने गाड़ी में लगा जीपीएस डिवाइस तोड़ दिया और खंडवा रोड की ओर निकल गए। लुटेरों का आतंक यहीं नहीं रुका। उन्होंने बुरहानपुर पहुँचकर रास्ते में दो और बड़ी वारदातों को अंजाम दिया। बुरहानपुर में हाईवे किनारे खड़े एक ट्रक को देखकर आरोपियों ने खुद को आरटीओ कर्मचारी बताया। जैसे ही ड्राइवर और क्लीनर केबिन से बाहर आए, उन पर हमला किया, मारपीट की और नकदी छीनकर भाग निकले।रात करीब दो बजे बदमाशों ने बुरहानपुर के गणपति नाका स्थित शराब दुकान के शटर को तोड़ दिया। वे दुकान के गल्ले से हजारों रुपये, कई बोतलें और यहाँ तक कि दुकान का दरवाजा भी निकालकर ले गए।
उज्जैन में घेरा डालकर पकड़ा
टीआई बामनिया ने बताया कि टैक्सी इंदौर से बुक हुई थी, इसलिए पुलिस को शक था कि बदमाश इंदौर के ही हैं। इंदौर पुलिस ने तत्काल टीमें गठित कर हाईवे पर लगा दी और बदमाशों की लोकेशन सर्विलांस पर लेना शुरू किया। गैंग रतलाम होते हुए उज्जैन की ओर घूम रही थी। लोकेशन मिलते ही इंदौर पुलिस की टीम ने उज्जैन में घेरा डालकर तीनों को दबोच लिया। गिरफ्तार मुख्य आरोपी आकाश पर पहले भी कई अपराध दर्ज हैं। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ विभिन्न थानों में दर्ज वारदातों के संबंध में आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
